पीने वालों आ जाओ पिलाने वाले आ गए Peene Wale Aa Jaao Pilane Wale Aa Gaye ~ Baba Chitra Vichitra Ji

Published: 01 January 1970
on channel: Sanskar Music
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पीने वालों आ जाओ पिलाने वाले आ गए Peene Wale Aa Jaao Pilane Wale Aa Gaye ~ Baba Chitra Vichitra Ji

Credits :-
Bhajan : पीने वालों आ जाओ पिलाने वाले आ गए Peene Wale Aa Jaao Pilane Wale Aa Gaye
Singer : Baba Chitra Vichitra Ji , Mahaveer sharma , Sheetal Panday , Jatin Agrawal , Ravish Mishra
Lyrics : Traditional
Music : Sanskar Live
Mixing : Afsar Ali (Sanskar Studio)
Label : Sanskar Music

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Lyrics:-
मेरी सूनी महफिल को वो सजा देता है (2)
मेरे मुरझाए चेहरे को वो खिला देता है
और पीने के लिए हम किसी जाम के मौहताज नहीं
मेरा श्याम तो मुझे नजरों से पिला देता है
अरे काली कमली वाला मेरा यार है (2)
मेरे मन का मोहन तो दिलदार है
हमारे और बाबा जी की मुलाकत जब हुई थी पहली बार जीवन में
खाटू में जब मेरे को दर्शन हुए बाबा जी के पहली बार, तो इसी भजन में ऐसे ही हुए थे। एक शेर बाबाजी बोलें एक हम बोलें और ये सिलसिला करीब सवा घंटे तक चलता रहा और सवा घंटे तक यही होता रहा
अरे काली कमली वाला मेरा यार है (2)
और मैं याद दिला दूं तब भी हम राधे की हवेली में थे और अब भी राधे की हवेली में हैं. जय हो
वो कहते है श्याम नजरों से पिलाता है।
आतिशे इश्क में जलने वाले कुछ और होते हैं (2)
लुत्फे मोहब्बत का मजा लेने वाले कुछ ओर होते हैं
यूं तो पीते है मएकदे में साकी के हाथों से लाखों
मगर कन्हैया की आंखों से पीने वालों की बात ही कुछ और होती है जय हो
हे ए...................
आ आ...........
के पीना है जो तुझको तो महफिल में आके पी
मीरा की तरह विष को अमृत बना के पी
के हरीचन्द्र की तरह सच को बचा के पी (2)
और भीलनी की तरह छूटे बैरों को खिला के पी
काली कमली वाला मेरा यार है (2)
मेरे मन को मोहन तो दिलदार है
काली कमली वाला मेरा यार है (2)
मेरे मन को मोहन तो दिलदार है

वो कहते हैं साकी बने हैं मोहन
साकी बने है मोहन, मैं हूं पीने वाला (2)
भर भर के पी रहा हूं जब ऐसा पिलाने वाला
काली कमली वाला मेरा यार है (2)
मेरे मन को मोहन तो दिलदार है
काली कमली वाला... कमली वाला..... (3)
नित्य मेरे बिहारी जी के दर पर
नितय् राधा रानी के दर पे, आवाज लगाई जाती है
कोई हो चतुर पीने वाला, यहां मुफ्त पिलाई जाती है
भंडार भरे अमृत रस के, यहां ओक लगाई जाती है
और भैया संयम से पीने वालों की तकदीर बनाई जाती है
काली कमली वाला मेरा यार है (2)
मेरे मन को मोहन तो दिलदार है
काली कमली वाला मेरा यार है (2)
मेरे मन को मोहन तो दिलदार है
है अजब रंग
है अजब रंग सांवरे तेरे मैखाने का (2)
और सारी संगत को नशा बस एक ही पैमाने का
काली कमली वाला मेरा यार है (2)
ओ, मेरे मन को मोहन तो दिलदार है
काली कमली वाला मेरा यार है
ओ, मेरे मन को मोहन तो दिलदार है

जतीन भैया भी आ गए हम तो पहले ही कह रहे थे कि कहीं बरसाने समाज यही आ जाए, हम तो पहले ही कह रहे
तेरे भरम मेरी गाड़ी तू जाने तेरो काम जाने (2)
तू जाने तेरो काम जाने (4)
तेरे भरम मेरी गाड़ी तू जाने तेरो काम जाने (3)
जय हो कृपा नाथ की
बोल बांके बिहारी लाल की जय हो
आएंगे बिहारी चले आएंगे बिहारी (4)
राधे राधे राधे राधे....
राधे राथे (7)
जपो चले आएंगे बिहारी
राधे राधे जपो चले आएंगे बिहारी
जरा राधा राधी गाकर देखो जरा, हाथ खोलो जरा राधा रानी के नाम दोनों हाथ
आएंगे बिहारी चले आएंगे बिहारी (4)
ओ राधे राधे.......
राधे राधे रटो चले आएंगे बिहारी (4)
राधे संग लाल की जय हो
धीरे धीरे करके सब आ रहे हैं क्यों आ रहे हैं, लेकिन आप ऐसे ही बैठे रहना क्योंकि अब अमृत और बरसेगा। धीरे धीरे धीरे धीरे आनंद बढ़ता जा रहा है। हमारे यहां ब्रज मे भंग चले ना तो भंग एकदम असर नाही करे। धीरे धीरे चढ़े, धीरे धीरे चढ़े। अह मोह लगे सरूर चढ़ना आरंभ हो गए हो अब कहां तक चढ़ेगो महावीर भैया जाने जतीन भैया जाने, शीतल जी जाने रवीश जी जाने ।
इन्हीं पागल दिमागों में अमृत के लच्छे हैं (2)
हमे पागल ही रहने दो हम पागल ही अच्छे हैं
और जरा ध्यान देना
तेरी सांवली सलोनी सूरत पे. हम जान निसार कर बैठे हैं (2)
यहां हम ही नहीं अकेले पागल, जाने कितने तैयार बैठे हैं
जय हो
मेरे श्याम........ (2)
जिधर देखूं उधर, इश्क के बीमार हुए बैठे हैं (2)
हजारों मर गए फिर भी लाखों तैयार बैठे हैं
और तुम्हे दवाखाना बता दूं, जब बीमार हो ही गए हो तो। जनना चाहते हो दवाखाना कहां है।
बोलो राधे-राधे... राधे राधे
जोर सो बोलो... राधे-राधे
एक बार ओर बोलो... राधे-राधे
बांके बिहारी के प्यार में जो बीमार होते हैं (2)
उन्हीं के वृंदावन में उपचार होते हैं
बताना बाबा जी को
और राधा नाम की औषथि लेकर जो घूमता है ब्रज की गलियों में, उन्हें ही एक दिन कन्हैया के दीदार होते हैं
अरे पीने वाले आ जाओ पिलाने वाले आ गए (4)
नाम वालो डंका बजाने वाले आ गए (4)
पीने वाले (4)
पीने वाले आ जाओ (4)
अरे पीने वाले आ जाओ पिलाने वाले आ गए (3)
सतगुरु आए बहार आज छाइयां (4)
प्यार वाले दिल विच खुशियां समाइयां (2)
आज हमारे भैया मनोज कर रहे थेष महाराज जी ऐसा आनंद तो आज तक नहीं आया है
प्यार वाले दिल विच खुशियां समाइयां (3)
वास्तव में यही है होली मिलन महोत्सव। अपनी अपनी गावो वो कौस सा होली महोत्सव होवे भैया अपनी अपनी गाके चले गए वो कौन सा मिलन महोत्सव। येही होरो है होली मिलन महोत्सव तो, ये है


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